Tag : Farsi Shayari

Mirza Ghalib Blog

जब कोलकता में ग़ालिब के एक फ़ारसी शेर पर विवाद खड़ा हो गया

एक तो ग़ालिब के जिस्म में दौड़ता ईरानी लहू और दिमाग में ईरानी उस्ताद की नसीहतें और तजर्बे, इन दोनों के मेल ने ग़ालिब को फ़ारसी का ज़बरदस्त और ज़हीन शायर बना दिया। सिर्फ़ शायर ही नहीं बल्कि उनके खाने पीने, उठने बैठनें, बात करने, कपड़े पहनने और सोचने समझने का अंदाज तक ख़ालिस ईरानी हो गया।

Kya main Farsi bol raha hun

Kya main Farsi bol raha hun?

You must have heard the phrase, ‘Kya main Farsi bol raha hun?’ several times in serials, movies and perhaps by the very people around you as a sarcastic remark when someone cannot comprehend a simple matter. Such is the impact of the phrase that it has become a constant in our everyday speech. But as… continue reading

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