रंगों के उर्दू नाम जो हम भूलते जा रहे हैं
गुज़श्ता बरस अक्तूबर में, मैंने मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ी की किताब “आब ए गुम” से एक इक़तबास नक़ल किया था जिसमें उन्हों रंगों के वो पुराने नाम गिनाए थे जो हमारी ज़बान से तेज़ी से त्यक्त हो रहे हैं। यूसुफ़ी साहब ने लिखा था,
“अफ़सोस हमें एहसास नहीं कि हमारे हाँ रंगों के क़दीम और ख़ूबसूरत नाम बड़ी तेज़ी से मतरूक हो रहे हैं। कल उन्हें कौन पहचानेगा।”
शंगरफ़ी, मलागीरी, उन्नाबी, कपासी, कबूदी, शुतुरी, ज़मर्रुदी, प्याज़ी, क़िरमिज़ी, काही, काकरेज़ी, अगरई, कासनी, नुक़रई, क़नावेज़ी, मोतिया, नीलूफ़री, धानी, शरबती, फ़ालसई, जामुनी, चम्पई, तरबूज़ी, मटियाला, गेरुवा, मूंगिया, शहतूती, तुरंजी, अंगूरी, किशमिशी, फ़ाख़्तई, पिस्तई, शफ़तालू, ताऊसी, आबनूसी, ऊदी, अंबरी, हिनाई, बनफ़शई, कुसुम्बरी, तूसी, सूफ़ियाना और सूक़ियाना।
हमने अपने लफ़्ज़ खज़ाने पर लात मारी सो मारी, अपनी धरती से फूटने वाली धनक पर भी ख़ाक डाल दी।
हमारे एक दोस्त ने फ़र्माइश की कि इन रंगों के नामों की लुग़त भी पोस्ट की जाये। अब यूसुफ़ी साहब तो हयात हैं नहीं कि उनसे पुनर्विचार किया जाये, चुनांचे मैंने ही एक रात काली करके किसी तरह उन रंगों के नामों की शब्दकोश तैयार की जो इस उम्मीद पर पेश कर रहा हूँ कि शायद हम इन नामों को दुबारा अपनी लुग़त में शामिल करके अपने इस क़ीमती विरसे को कम से कम अपनी नई पीढ़ी के सपुर्द कर जाएं। मैंने कुछ ऐसे रंगों को इस शब्दकोश में शामिल नहीं किया है जिन्हें हम अब भी पहचानते हैं।
यहां इस बात को भी ज़ेहन में रखना ज़रूरी है कि हर रंग के अपने शेड भी होते हैं इसलिए किसी एक नाम के साथ सिर्फ़ उसके एक ही शेड को विशिष्ट नहीं किया जा सकता।
शब्दकोश (फ़रहंग)
शंगरफ़ी: सुर्ख़, ख़ूब लाल, शंजरफी (Vermilion)
(शंजरफ़: गहरे सुर्ख़ रंग की एक खनिज वस्तु जो चित्रकारी और नक़्क़ाशी में काम आती है और दवा के तौर पर भी इस्तेमाल की जाती है।)
मलागीरी: जोगिया, गेरुवा, संदल का रंग (Sandalwood colour)
(मलागीर: संदल की तरह की एक लकड़ी जिसे पीस कर सुर्ख़ी मिलाकर इसमें कपड़े (विशेष रूप से दुपट्टे) रंगते हैं जो ख़ुशबूदार भी होते हैं।)
कबूदी: नीला, नीलगूं (Sapphire Blue)
(कबूदी, नीलम या sapphire जैसे गहरे नीले रंग को कहा जाता है। इसकी असल ये है कि फ़ारसी में नीलम को याक़ूत कबूद कहा जाता है।)
शुतुरी: शुतुर (ऊंट) के रंग का, हल्का भूरा, बादामी (Light Brown)
ज़ुमुर्रुदी: ज़मुर्रुद के रंग का, सब्ज़ रंग का (Emerald Green)
क़िरमिज़ी: गहरा सुर्ख़ (Crimson or Scarlet)
काही: गहरा सब्ज़-हरा (Grass Green)
काकरेज़ी: स्याही माइल ऊदा रंग, गहरा ऊदा रंग (Dark Purple)
अगरई: गहरा किशमिशी रंग, ज़र्दी माइल या भूरा रंग, अगर के रंग का (Aloe wood)
कासनी: सुर्ख़ी माइल नीला, बनफ़्शी, हल्का ऊदा, सोसनी रंग (Lilac)
क़नावेज़ी: संभवतः सुर्ख़ रंग का। क़नावेज़ असल में सिल्क का एक तरह का कपड़ा होता था जो आम तौर पर सुर्ख़ रंग का होता था। उस तरह का कपड़ा अब नहीं बुना जाता।
नीलोफ़री: गहरा नीला (colour of Blue Water-lily)
धानी: सब्ज़ धान के रंग का, हल्का सब्ज़ (Light Green)
शरबती: हल्का ज़र्द रंग जो किसी क़दर सुर्ख़ी माइल हो (Orange or Pale Yellow)
चम्पई: हल्की ज़र्दी या सुनहरापन लिये हुए (Yellow, Golden, Orange)
मटियाला: मिट्टी के रंग का, ख़ाकिस्तरी, भूरा
गेरुवा: गेरू के रंग का, जोगिया रंग का (Red Ochre)
मूंगिया: मूंग के रंग का। स्याही माइल सब्ज़ रंग का (Green)
तुरंजी: नारंजी रंग का, सुर्ख़ी माइल ज़र्द (Citron or Orange coloured)
शफ़तालवी: स्याही माइल सुर्ख़ रंग का (of Peach colour)
आबनूसी: काला, स्याह
ऊदी: ऊद (की लकड़ी) के रंग का (Aloe wood)
अंबरी: स्याही माइल भूरे या गहरे सुरमई रंग का, अंबर के रंग का (of the colour of Ambergris)
हिनाई: मेहंदी के रंग का, ज़र्दी माइल सुर्ख़
बनफ़्शी: बनफ़शई, फीका नीला रंग (Violet)
कुसुम्बरी: कुसुम्बी या कुसुम्भी, सुर्ख़ी माइल गहरा नारंजी रंग। कुसुम्ब या कुसुम्भ से बनाया गया रंग (Safflower)
तूसी: एक प्रकार का बैंगनी रंग (Purple)
सूफ़ियाना: सादा या हल्का रंग
सोक़ियाना: बाज़ारियों का सा, आमियाना
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