Tag : Urdu Alfaz

Lafz, Alfaz

आख़िर लफ़्ज़ कहाँ सुकून का साँस लेते हैं?

हाँ तो हम बात कर रहे थे ग़लती और हरकत और निगरानी जैसे अल्फ़ाज़ की। क्या आपने कभी सोचा कि आम तलफ़्फ़ुज़ में ऐसा होता ही क्यों है कि ग़लती को ग़ल्ती, हरकत को हर्कत बोला जाता है?? ये क्या सिर्फ़ तलफ़्फ़ुज़ के न पता होने का मुआमला है या इसमें कोई अरूज़ या’नी छंदशास्त्र से जुड़ी हुई बात भी है जो बराबर काम कर रही है??

Urdu article

वो इकलौता लफ़्ज़ जिसका बटवारा अदालत में हुआ

तो क़िस्सा मुख़्तसर ये कि कुछ वक़्त ये दोनों यानी ‘ब-नाम’ और ‘वर्सेस’ इक अदालत में साथ रह लिए थे तो अदालत के हुक्म से एक के मानी दूसरे को दे दिये गये। बेचारा मूल-अर्थ जो की अस्ली हक़-दार था वो अदालत का मुंह तकता रह गया और उसकी जगह पर किसी और को बसा दिया गया।

Lafzon ke matrook hone ki kahani

لفظوں کے متروک ہونے کی کہانی

اب دالان اور صحن کی جگہ لابی نے لے لی ہے جہاں بیٹھ کر نہ آپ آسمان دیکھ سکتے ہیں اور نہ موسم گرما کی راتوں میں تاروں کی چھاؤں میں چارپائی بچھاکر سو سکتے ہیں، نہ سردیوں میں دھوپ سینک سکتے ہیں اور نہ برسات میں بارش کا مزہ لے سکتے ہیں۔

Twitter Feeds

Facebook Feeds