आँखों से सम्बंधित मुहावरे: आँखें शरीर को ही नहीं भाषा को भी ख़ूबसूरत बनाती हैं!
आँखें वैसे तो शरीर के दूसरे अंगों की तरह एकअंग ही हैं जिनके द्वारा हम संसार को देखते हैं और उसके दृश्यों से सम्बंध स्थापित करते हैं, लेकिन हमारी ज़िंदगी में इनकी अहमियत शरीर के दुसरे अंगों की अपेक्षा कुछ ज़्यादा ही रही है. अदब व शायरी में भी आँखों के इर्द-गिर्द नये नये मज़ामीन बाँधे गये हैं, उनके सौन्दर्य की प्रशंसा की गयी है